Bijapur Fire Breaks: बीजापुर में गर्ल्स हॉस्टल में लगी भीषण आग, 4 साल की बच्ची की झुलसकर मौत
Bijapur Fire News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सरकारी आवासीय पोर्टाकेबिन छात्रावास में भीषण आग के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. 380 छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
Chhattisgarh, Bijapur Fire Broke Out: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से आग लगने की बड़ी खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक बीजापुर में सरकारी आवासीय पोर्टाकेबिन (Porta Cabin) छात्रावास में भीषण आग लग गई है. इस हादसे में 4 साल की एक बच्ची की झुलसकर मौत हो गई है. हालांकि पीड़िता उस हॉस्टल की छात्रा नहीं थी. छात्रावास की सभी लड़कियों को बचा लिया गया है. भीषण आग लगने की ये घटना बीजापुर के आवापल्ली थाना क्षेत्र के चिंताकोंटा पोर्टा-केबिन की है. आग की घटना के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने गुरुवार (7 मार्च) को बताया कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बीजापुर जिले में एक सरकारी आवासीय स्कूल में भीषण आग लगने से चार साल की एक बच्ची की जान चली गई है. पोर्टा केबिन के कर्मचारियों और ग्रामीणों की मदद से 380 छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
बीजापुर में भीषण आग में 4 साल की बच्ची की मौत
छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आवापल्ली पुलिस थाना क्षेत्र के चिंताकोंटा गांव में लड़कियों के लिए पोर्टा केबिन (पूर्वनिर्मित पोर्टेबल संरचना) स्कूल में बुधवार देर रात आग लग गई थी. मृतक बच्ची स्कूल की छात्रा नहीं थी. अधिकारी ने कहा, वह पिछले कुछ दिनों से अपनी बड़ी बहन के साथ रह रही थी, जो स्कूल की छात्रा है. पोर्टा केबिन के कर्मचारियों और स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से सभी 380 छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. हालांकि बाद में पता चला कि एक छात्रा की छोटी बहन गायब है. बाद में पता चला कि झुलसने से उसकी मौत हो गई.
दमकल विभाग और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू
अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया. घटनास्थल के दृश्यों से पता चलता है कि पोर्टा केबिन संरचना पूरी तरह से आग में जलकर राख हो गई. आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है. बता दें कि छत्तीसगढ़ के कुछ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए पोर्टा केबिन का इस्तेमाल किया जाता है.
स्कूल की छात्रा नहीं थी पीड़िता
स्कूल शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आवापल्ली पुलिस थाना क्षेत्र के चिंताकोंटा गांव में लड़कियों के लिए पोर्टा केबिन (पूर्वनिर्मित पोर्टेबल संरचना) स्कूल में बुधवार देर रात आग लग गई। पीड़िता स्कूल की छात्रा नहीं थी। अधिकारी ने कहा, वह पिछले कुछ दिनों से अपनी बड़ी बहन के साथ रह रही थी, जो स्कूल की छात्रा है।
380 छात्रों को किया गया रेस्क्यू
उन्होंने कहा, “पोर्टा केबिन के कर्मचारियों और स्थानीय ग्रामीणों ने सुविधा के सभी 380 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हालांकि, बाद में पता चला कि एक छात्र की छोटी बहन लापता थी।
अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया।
जांच में जुटी पुलिस
अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया। घटनास्थल के दृश्यों से पता चला कि आग में पोर्टा केबिन की संरचना पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।
राज्य के कुछ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल के बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए पोर्टा केबिन का उपयोग किया जाता है। मौके पर पहुंची स्थानीय थाना की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
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