मेडिकल और फिजिकल पूरा अब नौकरी ही नहीं… अब हम क्या करें? हरियाणा से लेकर बिहार तक सेना की नई भर्ती पर गुस्से में क्यों हैं छात्र

agnipath

नई दिल्ली: भारत सरकार ने थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई अग्निपथ स्कीम (Agneepath Recruitment) का ऐलान किया है। इसके तहत चार साल के लिए सैनिकों की भर्ती होगी। इन सैनिकों को अग्निवीर (Agniveer) कहा जाएगा।अग्निपथ स्कीम को सरकार ने गेम चेंजर बताया है। वहीं इस योजना को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। बिहार में इसको लेकर प्रदर्शन (Protest Against Tour Of Duty) उग्र हो गया है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कुछ जगहों पर ट्रेन में आग लगा दी। बिहार, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा इन राज्यों में छात्रों का क्या कहना है।

इससे नौकरी की चिंता नहीं है दूर होने वाली
बक्सर में आर्मी में जाने की तैयारी कर रहे छात्रों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर ट्रैक को जाम करने की कोशिश की और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्र अग्निपथ स्कीम को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे थे। परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि पिछले दो साल से सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, कुछ ऐसे भी हैं जो मेडिकल टेस्ट में पास हो गए हैं अब क्या करेंगे। एक छात्र ने कहा कि इससे नौकरी की चिंता उनकी कभी दूर नहीं हो पाएगी।

बिहार के मुजफ्फरपुर में सेना की इस नई भर्ती योजना के खिलाफ छात्र सड़कों पर उतरे। प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि चार साल से वो तैयारी कर रहे हैं अब वह क्या करेंगे। एक छात्र ने कहा कि जब चार साल में सरकार रिटायर कर देगी तो हमलोग उसके बाद कहां जाएंगे? एक दूसरे छात्र ने कहा कि वह कोरोना के समय से बहाली का इंतजार कर रहा है और अब यह खबर आ रही है। हमारे लिए कुछ भी नहीं बचा।

‘वन रैंक वन पेंशन के नाम पर वोट अब नो रैंक नो पेंशन’
यूपी के बुलंदशहर अग्निपथ स्कीम को लेकर युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। अग्निपथ योजना को छात्रों ने ठेकेदारी प्रथा बताकर विरोध किया। प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि इस सरकार ने पहले हमसे वन रैंक वन पेंशन के नाम पर वोट मांगा था और अब नो रैंक नो पेंशन की बात कर रही है।

एक दूसरे छात्र ने कहा कि सरकार ने लॉलीपॉप थमा दिया है। यह नौकरी नहीं है। अग्निपथ योजना के तहत सेना में चार साल की सेवा को छात्र सही नहीं मान रहे। मेरठ कमिश्नरी पर भी सरकार के खिलाफ युवाओं ने प्रदर्शन किया। एक छात्र ने कहा कि क्या हम 4 साल के लिए बॉर्डर पर मरने जाएं।


दो साल कोई बहाली नहीं और अब कुछ भी नहीं

उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में गुरुवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए।अग्निपथ स्कीम के विरोध के लिए उतरे युवाओं ने कहा कि कोरोना काल का बहाना बनाकर सरकार ने दो साल तक भर्ती नहीं निकाली। चंपावत में प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि टूर ऑफ ड्यूटी … क्या मजाक है। एक दूसरे छात्र ने कहा कि वो किसी दूसरी परीक्षा के बारे में सोचा नहीं अब क्या करेंगे। चंपावत में ही प्रदर्शन कर रहे एक दूसरे युवा ने कहा कि ये पूरी योजना वापस लेनी चाहिए और सेना भर्ती की पुरानी व्यवस्था को फिर से लागू करना होगा।

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पहले कोरोना के कारण भर्ती रोकी अब सिर्फ 4 साल
राजधानी दिल्ली के नांगलोई में विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि कोरोना के दो साल बाद यह फैसला क्यों। पहले कहा गया कि कोरोना के कारण भर्ती रोकी गई और अब सिर्फ चार साल के लिए भर्ती। एक छात्र ने कहा कि लिखित परीक्षा हो चुकी थी और अब सीधे भर्ती ही रद्द कर दी गई।अब हम क्या करेंगे।

मेडिकल और फिजिकल पूरा अब नौकरी ही नहीं
हरियाणा के पलवल, रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम इन जगहों पर सेना में नई भर्ती स्कीम के खिलाफ युवाओं ने प्रदर्शन किया। पलवल में फौज भर्ती के नए नियम का विरोध करते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया । गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने डीसी आवास का रास्ता रोक दिया है। रोहतक में प्रदर्शन कर रहे छात्र ने कहा कि 2 वर्ष पूर्व गोवा में सेना के लिए मेडिकल और फिजिकल पास किया था और अब नौकरी नहीं मिलेगी। यह सरासर अन्याय है। फिरोजाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि भविष्य एक दम सुरक्षित नहीं है।

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