INS Sumitra: भारतीय नौसेना का 24 घंटे में एक और सफल ऑपरेशन, समुद्री डाकुओं के चंगुल से छुड़ाए गए 19 पाकिस्तानी
INS Sumitra सोमाली समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना की कार्रवाई जारी है। भारतीय नौसेना ने 24 घंटे के अंदर दूसरी बार मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी को बचाया है। भारतीय रक्षा अधिकारी के मुताबिक भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो ने चालक दल को सुरक्षित बचाने के लिए ऑपरेशन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सफलतापूर्वक नाव को बंधकों से मुक्त कराया है।
HIGHLIGHTS
- भारतीय नौसेना के कमांडो ने समुद्री डाकुओं के चंगुल से छुड़ाए 19 पाकिस्तानी।
- 24 घंटे के अंदर दूसरी बार दिया सफल ऑपरेशन को अंजाम।
एएनआई, नई दिल्ली। INS Sumitra: सोमाली समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना की कार्रवाई जारी है। भारतीय नौसेना ने 24 घंटे के अंदर दूसरी बार मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी को बचाया है।
समुद्री डाकुओं के खिलाफ आईएनएस सुमित्रा का एक और ऑपरेशन
भारतीय रक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने कोच्चि के तट से लगभग 800 मील की दूर पर समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी को बचाया गया है।
24 घंटे के अंदर दूसरी बार नाव को कराया मुक्त
भारतीय रक्षा अधिकारी के मुताबिक, भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो ने चालक दल को सुरक्षित बचाने के लिए ऑपरेशन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सफलतापूर्वक नाव को बंधकों से मुक्त कराया है। पिछले 24 घंटों में भारतीय नौसेना का दूसरा सफल समुद्री डकैती रोधी अभियान था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैनात किए गए हैं।

मछली पकड़ने वाले जहाज पर सवार थे 19 पाकिस्तानी
भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि नौसेना के जहाज सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डकैती के खिलाफ एक और सफल अभियान को अंजाम दिया है। भारतीय नौसेना ने मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी और उसके चालक दल को 11 सोमाली समुद्री लुटेरों से बचाया है। इस जहाज पर 19 पाकिस्तानी नागरिक भी सवार थे।
एक दिन पहले बचाया था ईरानी जहाज
बता दें कि एक दिन पहले भी भारतीय नौसेना ने एक सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछुआरों को बचाया था। समुद्री डाकुओ ने ईरानी जहाज का अपहरण कर लिया था, जिसमें लगभग 17 क्रू सदस्य सवार थे।
हाईजैक की पिछली तीन घटनाएं….
4 जनवरी: लाइबेरिया के जहाज पर सवार 15 भारतीयों को बचाया गया

फुटेज में भारतीय नौसेना की बोट हाईजैक हुए जहाज के करीब जाती दिख रही है।
4 जनवरी को अरब सागर में सोमालिया के तट के पास लाइबेरिया के फ्लैग वाले जहाज लीला नोर्फोर्क को 4-5 हथियारबंद समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था। भारतीय नौसेना ने बताया कि जहाज ने ब्रिटेन के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स (UKMTO) पोर्टल पर एक संदेश भेजा था। इसके बाद INS चेन्नई को इन्हें बचाने के लिए भेजा गया। नौसेना के मार्कोस कमांडो ने हाईजैक की गई जहाज पर सवार 21 लोगों को बचाया। इसमें 15 भारतीय भी सवार थे। मरीन ट्रैफिक के मुताबिक, जहाज ब्राजील के पोर्टो डू एकू से बहरीन के खलीफा बिन सलमान पोर्ट जा रहा था।
14 दिसंबर: समुद्री लुटेरों ने माल्टा का जहाज हाईजैक किया था

तस्वीर अरब सागर से हाइजैक किए गए MV रुएन जहाज की है।
14 दिसंबर को भी समुद्री लुटेरों ने माल्टा के एक जहाज को हाईजैक कर लिया था। इसके बाद नौसेना ने अपने एक युद्धपोत को अदन की खाड़ी में हाइजैक हुए जहाज MV रुएन की मदद के लिए भेजा था। जहाज को 6 लोगों ने अगवा किया था। भारतीय नौसेना ने माल्टा के जहाज से एक नाविक को रेस्क्यू किया था। यह नाविक गंभीर रूप से जख्मी था। इसका इलाज शिप पर मुमकिन नहीं था, लिहाजा उसे ओमान भेजा गया था। द मैरीटाइम एग्जीक्यूटिव की रिपोर्ट के मुताबिक हाइजैक हुआ जहाज कोरिया से तुर्किये की तरफ जा रहा था। तभी सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने उस पर हमला कर दिया।
19 नवंबर: हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से कार्गो शिप को हाइजैक किया था

19 नवंबर को हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से एक कार्गो शिप गैलेक्सी लीडर को हाइजैक कर लिया था। यह जहाज तुर्किये से भारत आ रहा था। हूती विद्रोहियों ने इसे इजराइली जहाज समझकर हाइजैक किया था। हूतियों ने शिप हाइजैक करने का वीडियो भी शेयर किया था। इस जहाज में 25 भारतीय क्रू मेंबर्स थे। जहाज हाइजैक होने की जानकारी मिलते ही नेतन्याहू ने इसका आरोप ईरान पर लगाया था। इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ईरान की ओर से अंतरराष्ट्रीय जहाज पर हमला बताया था। उन्होंने कहा था कि यह ईरान की तरफ से की गई आतंकी हरकत है। यह दुनिया पर हमले की कोशिश है। इससे दुनिया की शिपिंग लाइन भी प्रभावित होगी।
1990 के बाद सोमालिया में बढ़े समुद्री लुटेरे

समुद्री लुटेरे जहाज छोड़ने के बदले फिरौती लेते हैं।
सोमालिया वो मुल्क है, जिसके समुद्र में बड़ी तादाद में मछलियां मौजूद हैं। 1990 तक इसकी अर्थव्यवस्था मछलियों से ही चलती थी। तब यहां समुद्री लुटेरों का कोई डर नहीं था। अधिकतर लोग मछली का व्यापार करते थे। फिर यहां सिविल वॉर शुरू हो गया। सरकार और नौसेना नहीं रही। इसका फायदा विदेशी कंपनियों ने उठाया।
सोमालिया के लोग छोटी नावों में मछली पकड़ते थे। उनके सामने विदेशी कंपनियों के बड़े-बड़े ट्रॉलर आकर खड़े हो गए। लोगों का रोजगार छिनने लगा। इससे परेशान होकर 1990 के बाद इस देश के लोगों ने हथियार उठा लिए और समुद्री लुटेरे बन गए। समुद्री मालवाहक जहाजों का एक बड़ा बेड़ा सोमालिया कोस्ट के पास से होकर गुजरता था।
मछुआरे से लुटेरे बने लोगों ने इन जहाजों को निशाना बनाना शुरू किया। जहाज छोड़ने के बदले वे फिरौती लेने लगे। साल 2005 तक यह धंधा इतना बड़ा हो गया कि एक पाइरेट स्टॉक एक्सचेंज बना दिया गया। यानी लुटेरों के अभियान को फंड करने के लिए लोग इन्वेस्ट कर सकते थे। बदले में लोगों को लूटी हुई रकम का एक बड़ा हिस्सा मिलता।
With Thanks Reference to: https://www.jagran.com/news/national-ins-sumitra-rescued-a-hijacked-fishing-vessel-al-naemi-indian-navy-marine-commandos-rescue-19-pakistani-citizen-23641301.html and https://www.bhaskar.com/national/news/indian-warship-ins-sumitra-rescues-iranian-ship-from-pirates-132513292.html