चीन में फैले HMPV वायरस से भारत में दहशत, 8 मामले आए सामने, जानें किन लोगों को ज्‍यादा खतरा?

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भारत में चीन के खतरनाक HMPV वायरस की एंट्री हो गई है, जिसे लेकर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गया है. यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने एचएमपीवी वायरस को लेकर आज बैठक बुलाई है. बता दें कि यूपी के प्रयागराज में इस महीने महाकुंभ मेला लग रहा है, जिसमें करोड़ों लोग जुटेंगे.

चीन में फैले कोरोना जैसे वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) की भारत में भी एंट्री हो गई है, जिससे लोग डर गए हैं. लोगों के जेहन में कोरोना वायरस संक्रमण की बुरी यादों को ताजा कर दिया है. भारत में अब तक 6 केस सामने आ चुके हैं. इसमें से 2 मामले कर्नाटक से सामने आएं हैं, जिनमें एक तीन महीने की बच्‍ची और एक 8 महीने का बच्चा है. दो केस तमिलनाडु में, 2 केस महाराष्‍ट्र के नागपुर में और अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे में एचएमपीवी वायरस पाया गया है. ये बच्‍चे कैसे एचएमपीवी वायरस के संपर्क में आए, ये अभी पता लगाया जा रहा है. भारत ने एचएमपीवी वायरस से निपटने के लिए तैयारियां कर ली हैं. राज्‍य सरकारें भी अपने स्‍तर पर तैयारियां कर रही हैं. दिल्‍ली सरकार ने एडवाइजरी जारी की है, तो उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने आज बैठक बुलाई है.

महाराष्‍ट्र में भी एचएमपीवी वायरस ने दस्‍तक दे दी है. नागपुर में एचएमपीवी वायरस के 2 मरीज मिले हैं. यहां भी बच्‍चे ही इस वायरस की गिरफ्त में आए हैं, दो बच्चों की रिपोर्ट एचएमपीवी पॉजिटिव आई है.  3 जनवरी को निजी अस्पताल में सात साल के बच्चे और 13 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इन दोनों बच्चों को खांसी और बुखार था.

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री जेपी नड्डा का कहना है कि एचएमपीवी वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है. ये वायरस भारत में 2001 से है. एचएमपीवी वायरस इतना खतरनाक नहीं है जितना इसके बारे में सोशल मीडिया पर बातें हो रही हैं. HMPV कोई नया वायरस नहीं है. यह कई सालों से पूरी दुनिया में फैल रहा है. हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं. हम ये कह सकते हैं कि चिंता का कोई कारण नहीं होना चाहिए. आईसीएमआर (ICMR) ने भी लोगों को कहा है कि HMPV वायरस नया नहीं है. यह पहले से ही भारत सहित दुनियाभर में मौजूद रहा है. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. बस लोग एहतियात बरतें.एचएमपीवी वायरस पर दिल्ली सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. दिल्ली में अधिकारियों को नजर रखने के लिए कहा गया है. सांस संबंधी मामलों की निगरानी का निर्देश दिए गए है. अस्‍पतालों को निर्देश दिये गए हैं कि खांसी-जुकाम से जुड़े मामलों को गंभीरता से लिया जाए. अगर किसी में एचएमपीवी वायरस के लक्षण नजर आते हैं, तो उसकी जांच की जाए. हालांकि, दिल्‍ली में अभी तक एचएमपीवी वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है. चीन के इस वायरस के बढ़ रहे केस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य और गृह विभाग के अफ़सरों की बैठक बुलाई है. ये बैठक आज लखनऊ में होनी है. 

एचएमपीवी वायरस के लक्षण हैं खांसी, बुखार, गले में खराश, गले में जलन और कुछ मामलों में सांस लेने में दिक्कत. कुछ मामलों में इसका संक्रमण ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या अस्थमा के लक्षणों में भी बदल सकता है. HMPV खांसने या छींकने से निकलने वाले ड्रापलेट्स, हाथ मिलाने से फैलता है. इसके अलावा ये किसी को स्पर्श करने. नजदीकी संपर्क में आने, दूषित सतहों पर हाथ लगाने, मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है.

HMPV वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

अमेरिकी राज्य टेक्सास के डालस में CovidRxExchange के फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव डॉ. शशांक हेडा ने भास्कर को बताया कि मीडिया इस वायरस को लेकर बढ़ा-चढ़ाकर चिंता की स्थिति दिखा रहा है। जबकि, आंकड़े बताते हैं कि अचानक से अस्पतालों में लोगों के बढ़ने का कारण सिर्फ HMPV नहीं है, बल्कि कई अन्य वायरल संक्रमण हैं।

HMPV जैसे वायरस आमतौर पर इस मौसम में अस्थायी रूप से फैलते हैं। कुछ समय बाद इनके मामलों में स्वाभाविक तौर पर गिरावट आ जाती है। इसलिए अस्पताल में ज्यादा लोगों के भर्ती होने का यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि स्वास्थ्य सेवाएं फेल हो गई हैं। मौजूदा स्थिति पर निगरानी और संक्रमित लोगों को जरूरी मेडिकल अटेंशन देना जरूरी है। लेकिन, इस वायरस से कोरोना के डेल्टा वेरिएंट जैसी महामारी के संकट की संभावना कम है।

  • कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, दो बच्चों में वायरस की पुष्टि हुई है। ये देखकर मैंने तुरंत कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव से बात की। सरकार इस वायरस को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
  • कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, यह कोई वायरस नहीं है। HMPV एक फ्लू वायरस है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हम अपने पैनल के साथ बैठक कर रहे हैं। इस पर भारत सरकार और ICMR से चर्चा करेंगे।
  • पश्चिम बंगाल HMPV का एक केस मिलने के बीच सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में अब तक कोई भी मामला नहीं मिला है।

वैसे तो ये चीन वायरस सभी सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन ज्यादा खतरा 5 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को रहता है. साथ ही कमजोर इम्युनिटी वाले लोग, अस्थमा या दूसरे सांस की समस्या वाले लोगों को इसका अधिक खतरा होता है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए कुछ उपायों पर जोर दिया गया है. जिसमें से हाथ धोना, मास्क पहनना और समय पर जांच कराना जरूरी बताया गया है. HMPV और कोविड-19 में कई तरह की समानताएं हैं. जैसे ये दोनों सांस से संबंधित बीमारी का कारण बनते हैं. दोनों बुजुर्गों, कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरा पैदा करते हैं. साथ ही इन दोनों बीमारियों के कई लक्षण मिलते जुलते हैं.

With Thanks Reference to :https://www.bhaskar.com/national/news/hmpv-virus-tracker-outbreak-update-maharashtra-nagpur-karnataka-gujarat-cases-134251588.html and चीन में फैले HMPV वायरस से भारत में दहशत, 8 मामले आए सामने, जानें किन लोगों को ज्‍यादा खतरा? | China HMPV Virus in India 8 cases reported know which people are more at risk

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