नौकरियों की बहार! 4 साल में 5.2 करोड़ युवाओं को मिले जॉब्स, SBI के रिसर्च में बड़ा खुलासा, जानें इसमें कितनी नई

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India Added 5.2 Crore New Formal Jobs: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO), राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) के पेरोल डेटा का हवाला देते हुए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने नए रिसर्च रिपोर्ट में देश में नौकरी को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इसमें कहा गया है कि भारत ने पिछले चार साल में 5.2 करोड़ फॉर्मल जॉब्स क्रिएट किए हैं.

हाइलाइट्स

SBI ने EPFO, NPS और ESIC के डेटा के आधार पर रिपोर्ट जारी किया है.
भारत ने पिछले चार साल में 5.2 करोड़ फॉर्मल जॉब्स क्रिएट किए हैं.
इसमें शुद्ध रूप से 2.27 करोड़ नई नौकरियां हैं.

नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO), राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) के डेटा के विश्लेषण पर आधारित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में फाइनेंशियल ईयर 2020 और फाइनेंशियल ईयर 23 के बीच लगभग 5.2 करोड़ फॉर्मल जॉब्स क्रिएट हुए हैं. इसमें शुद्ध रूप से 2.27 करोड़ नई नौकरियां हैं. सरकार अप्रैल 2018 से घोष और घोष रिपोर्ट द्वारा दी गई सिफारिशों के आधार पर EPFO, NPS और ESIC से मासिक पेरोल डेटा जारी कर रही है.

न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, पिछले चार सालों से पेरोल के EPFO पेरोल डेटा रुझान से पता चलता है कि फाइनेंशियल ईयर 2020-23 के दौरान शुद्ध नए EPFO ग्राहकों की संख्या 4.86 करोड़ थी. इसमें नया पेरोल (पहला पेरोल), दूसरा पेरोल (फिर से शामिल/पुनः सदस्यता लेने वाले सदस्य) और औपचारिक पेरोल शामिल हैं.

मंगलवार को जारी SBI रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें पुनः शामिल/पुन: सदस्यता लेने वाले सदस्यों और औपचारिकता (ECR डेटा के आधार पर) के लिए समायोजित शुद्ध नया पेरोल (पहली नौकरी/नई नौकरी), दर्शाता है कि फाइनेंशियल ईयर 20-23 के दौरान वास्तविक शुद्ध नया पेरोल 2.27 करोड़ था. इसमें से पहली नौकरियां कुल शुद्ध नए वेतन वृद्धि का 47 प्रतिशत थीं और दूसरी नौकरियां (बाहर गए सदस्य जो फिर से शामिल हुए और फिर से सदस्यता लीं) इन चार सालों के दौरान 2.17 करोड़ थीं. SBI के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष द्वारा लिखी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका मतलब है कि इन सालों में शुद्ध वृद्धि 42 लाख थी.

यदि फाइनेंशियल ईयर 2024 के Q1 EPFO पेरोल डेटा के रुझान को देखा जाए, तो यह उत्साहजनक है. क्योंकि इस दौरान 44 लाख शुद्ध नए EPF ग्राहक जुड़े हैं, जिनमें से पहला पेरोल 19.2 लाख था. रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि यह प्रवृत्ति शेष फाइनेंशियल ईयर 2024 तक जारी रहती है, तो शुद्ध नया पेरोल 160 लाख का आंकड़ा पार कर जाएगा, जो 70-80 लाख की सीमा में पहले पेरोल के साथ अब तक का सबसे अधिक होगा.

रिपोर्ट में कहा गया है कि NPS डेटा से पता चलता है कि फाइनेंशियल ईयर 2023 में 8.24 लाख नए ग्राहक आए. जिनमें से राज्य सरकार का वेतन 4.64 लाख था, इसके बाद 2.30 लाख की गैर-सरकारी नौकरियां और केंद्र सरकार में 1.29 लाख थे. पिछले चार सालों के दौरान, लगभग 31 लाख नए ग्राहक NPS से जुड़े. इसका मतलब है कि फाइनेंशियल ईयर 2020-23 के दौरान EPFO और NPS की कुल पेरोल पीढ़ी 5.2 करोड़ से अधिक थी.

रिपोर्ट में चालू फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में दोबारा शामिल होने या दोबारा सदस्यता लेने वाले सदस्यों की संख्या में संशोधन में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. इसका मतलब यह होगा कि अधिक लोग अपने वर्तमान रोजगार पर बने रहने का निर्णय ले सकते हैं. इसके अतिरिक्त, महिलाओं के पेरोल का हिस्सा लगभग 27 प्रतिशत था.

With Thanks Reference to: https://hindi.news18.com/news/nation/52-million-formal-jobs-created-under-epf-nps-in-four-years-sbi-research-data-7539705.html

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