तेजस एयरक्राफ्ट से ‘अस्त्र’ का सफल परीक्षण, 20000 फीट की ऊंचाई से दागा, न दिखने वाले टारगेट को किया हिट

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Astra-1 Successfully Test Fired from LCA Tejas (तेजस): प्रक्षेपण की निगरानी वैमानिकी विकास एजेंसी (Avionics Development Agency), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के परीक्षण निदेशक और वैज्ञानिकों और सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (CEMILAC) और एयरोनॉटिकल क्वालिटी एश्योरेंस महानिदेशालय (डीजी-एक्यूए) के अधिकारियों ने की.

पणजी: भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने बुधवार को गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली, दिखाई नहीं पड़ने वाले लक्ष्य को भेदने की क्षमता वाली (Beyond Visual Range) मिसाइल ‘अस्त्र’ का परीक्षण किया, जो सफल रहा. अधिकारियों ने बताया कि करीब 20,000 फुट की ऊंचाई पर विमान से अस्त्र मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया. रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एलएसपी-7 ने 23 अगस्त को गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल ‘अस्त्र’ का परीक्षण किया. परीक्षण के सभी उद्देश्य पूरे हो गए हैं.’

प्रक्षेपण की निगरानी वैमानिकी विकास एजेंसी (Avionics Development Agency), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के परीक्षण निदेशक और वैज्ञानिकों और सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (CEMILAC) और एयरोनॉटिकल क्वालिटी एश्योरेंस महानिदेशालय (डीजी-एक्यूए) के अधिकारियों ने की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेजस-एलसीए से मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए एडीए, डीआरडीओ, सीईएमआईएलएसी, डीजी-एक्यूए को बधाई दी.

उन्होंने कहा कि इस प्रक्षेपण से तेजस की युद्धक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी. यहां तक ​​कि भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अगले साल से इसके उन्नत संस्करण की डिलीवरी से पहले पूरे हल्के लड़ाकू विमान कार्यक्रम की समीक्षा की. अस्त्र-1, जो मैक 4.5 पर ध्वनि की गति से चार गुना अधिक गति से उड़ता है, सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों से अपने उपयोगकर्ता परीक्षणों के सफल समापन के बाद भारत डायनेमिक्स द्वारा पहले से ही उत्पादन में है.

भारतीय वायुसेना ने पहले ही 250 अस्त्र-1 मिसाइलों के लिए प्रारंभिक ऑर्डर दे दिया है, जबकि DRDO 160 किलोमीटर की रेंज वाली एस्ट्रा-2 मिसाइल विकसित कर रहा है. एसीएम चौधरी ने डीआरडीओ, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स और अन्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ परियोजना की समीक्षा करते हुए तेजस एलसीए को अपने विमान बेड़े के स्वदेशीकरण की दिशा में भारतीय वायुसेना के प्रयासों का ‘ध्वजवाहक’ बताया. अस्त्र मिसाइल ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज टारगेट से टकराकर फट जाती है. इस मिसाइल का वजन 154 किलो, लंबाई 12.6 फुट, व्यास 7 इंच, मारक क्षमता 160 किमी है. इसमें हाई-एक्सप्लोसिव, प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार लगा सकते हैं.

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