Interim Budget 2024: बजट में निर्मला सीतारमण देंगी बड़ा तोहफा, 3 वीक ऑफ का करेंगी ऐलान? जानें इस वायरल दावे का सच

Budget 2024

Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 1 फरवरी को वर्ष 2024 के लिए देश का बजट पेश करेंगी. हालांकि इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेश किए जाने वाले इस बजट में सरकारी कर्मचारियों को बड़े तोहफे मिलने की बात कही गई है. जानें इस दावे की पूरी सच्चाई

नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 1 फरवरी को वर्ष 2024 के लिए देश का बजट (Budget 2024) पेश करेंगी. हालांकि इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेश किए जाने वाले इस बजट में सरकारी कर्मचारियों को बड़े तोहफे मिलने की बात कही गई है. इस पोस्ट में दावा किया गया है कि वित्त मंत्री सीतारमण अपने छठे बजट में 3 दिन वीक ऑफ पॉलिसी का ऐलान करेंगी.

इस पोस्ट में कहा गया है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2024 को अपना छठा बजट पेश करेंगे. इसमें सरकार उत्पादकता बढ़ाने के मकसद से कई बदलाव कर सकती है. इसमें ऑफिस में काम के घंटे, ऑफिस टाइमिंग और छुट्टियां बदली जा सकती हैं.

इसमें कहा गया है कि 1 जुलाई से कंपनियां कम के घंटे बढ़ाकर 12 घंटे तक कर सकती हैं. कर्मचारियों को हफ्ते में केवल 4 दिन, लेकिन 12-12 घंटे काम करना पड़ा सकता है. इन नए नियम के तहत कंपनियां अपने कर्मचारियों को 3 दिन का वीक ऑफ देंगी. नए नियमों के तहत टेकहोम सैलरी घट सकती है, लेकिन पीएफ का पैसा बढ़ सकता है.

बजट-2024 की घोषणाओं को लेकर सोशल मीडिया पर कई जगह यह मैसेज काफी वायरल हो रहा है, जिसे कई लोग भी खुश होकर शेयर कर रहे हैं. हालांकि इस वायरल मैसेज का पता लगने के बाद पीआईबी की तरफ से इसका फैक्ट चेक किया गया. पीआईबी की तरफ से बताया गया कि ये दावा पूरी तरह गलत हैं. सरकार की तरफ से इस तरह की किसी घोषणा के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है.

पीआईबी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सोशल मीडिया पर बजट-2024 की घोषणाओं को लेकर कई जगह एक मैसेज वायरल हो रहा था. जिसमें कहा जा रहा है कि 1 फरवरी को निर्मला सीतारमण बजट में 3 दिन वीक ऑफ पॉलिसी का ऐलान करेंगी. यह दावा पूरी तरह फेक है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ऐसा कोई ऐलान नहीं करने जा रही.’

Budget 2024: अब रेल बजट अलग से क्यों नहीं होता पेश? जानें क्यों बदल गई 92 साल पुरानी परंपरा

Railway Budget 2024 1924 से शुरू हुई रेल बजट पेश करने की परंपरा का अंत साल 2017 में हो गया जब पहली बार रेल बजट को आम बजट में मर्ज कर दिया गया। 2017 से पहले केंद्र सरकार रेलवे के लिए अलग बजट पेश करती थी लेकिन इसके बाद रेलवे का बजट आम बजट के साथ ही पेश किया जाने लगा।

HIGHLIGHTS

  1. आम बजट के साथ पेश होता है रेल बजट।
  2. 2017 में पहली बार पेश हुआ था संयुक्त बजट।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Railway Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अंतरिम बजट पेश करेंगी। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतरिम बजट में कई बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि रेलवे सेक्टर को इस बजट में कई सौगातें मिल सकती है।

बता दें कि 1924 से शुरू हुई रेल बजट पेश करने की अलग परंपरा का अंत साल 2017 में हो गया। पहली बार रेल बजट को आम बजट के साथ पेश किया गया। 2017 से पहले केंद्र सरकार रेलवे के लिए अलग बजट पेश करती थी, लेकिन इसके बाद रेलवे का बजट आम बजट के साथ ही पेश किया जाने लगा। 

आम बजट का हिस्सा क्यों बना रेलवे?

  • केंद्र सरकार ने साल 2016 में रेलवे बजट को केंद्रीय बजट में मिलाने का फैसला किया था।
  • नीति आयोग की सिफारिशों के बाद केंद्र सरकार ने रेल बजट को केंद्रीय बजट में मर्ज कर दिया।
  • मोदी सरकार ने सदियों से चली आ रही इस परंपरा को खत्म किया और साल 2017 में पहली बार रेल बजट, आम बजट के साथ पेश किया गया।
  • तत्कालीन वित्त मंत्री दिवंगत अरुण जेटली ने वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए पहला संयुक्त बजट पेश किया।
  • 2017 से पहले रेलवे का अलग बजट बनता था और इसे आम बजट के पेश होने के दूसरे दिन संसद में पेश किया जाता था।

क्यों महत्वपूर्ण है रेलवे?

भारतीय रेलवे देश की अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण नींव है। पिछले कुछ सालों के दौरान भारतीय रेलवे में बदलाव आए हैं। सरकारी खर्च का एक बड़ा हिस्सा इस क्षेत्र से आता है। लाखों लोग रोजाना भारतीय रेल से सफर करते हैं। इसी के चलते मोदी सरकार ने पिछले कुछ सालों में रेलवे का बजट भी बढ़ाया है। वित्त वर्ष 2023-24 में रेलवे बजट 2.4 लाख करोड़ से अधिक था। इससे पहले साल 2022 में रेल मंत्रालय को 1 लाख करोड़ से अधिक आवंटित किए गए थे।

इस साल आया था पहला रेल बजट

साल 1924 में पहला रेल बजट पेश किया गया था। इससे पहले रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया जाता था। 1920-21 में एक्वर्थ कमेटी ने रेल बजट पेश करने को लेकर एक रिपोर्ट सौंपी थी। उन्होंने रेल बजट को आम बजट से अलग पेश करने की सिफारिश की थी। इसके बाद रेल बजट को आम बजट से अलग कर दिया गया।

आजाद भारत में किसने पेश किया था पहला रेल बजट?

  • बता दें कि देश को आजादी मिलने के बाद जॉन मथाई को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
  • आजाद भारत में देश के पहले रेल मंत्री जॉन मथाई ने रेल बजट पेश किया था।
  • उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में दो बजट भी पेश किए।

With Thanks Reference to: https://hindi.news18.com/news/nation/budget-2024-nirmala-sitharaman-to-give-big-gift-will-announce-3-days-week-off-police-know-pib-fact-check-8032662.html and https://www.jagran.com/news/national-railway-budget-2024-why-was-railway-budget-merged-with-the-general-budget-nirmala-sitharaman-23642917.html

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