Shardiya Navratri 2023: कब है दुर्गा अष्टमी और महानवमी? मां दुर्गा के किस स्वरूप की होगी पूजा? जानें मुहूर्त और महत्व
ashtami 2023 date maha navami (Shardiya Navratri 2023): इस समय शारदीय नवरात्रि चल रही है. नवरात्रि के 9 दिन विशेष होते हैं, लेकिन इसमें भी दुर्गा अष्टमी और महानवमी का बड़ा महत्व है. महानवमी के दिन नवरात्रि का हवन करते हैं. जानते हैं कि इस शारदीय नवरात्रि में दुर्गा अष्टमी और महानवमी कब है? दुर्गा अष्टमी और महानवमी के दिन मां दुर्गा के किस स्वरूप की पूजा होती है?
हाइलाइट्स (Shardiya Navratri 2023)
उदयातिथि के आधार पर दुर्गा अष्टमी 22 अक्टूबर को है.
इस साल महानवमी 23 अक्टूबर दिन सोमवार को है.
दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा करते हैं.
इस समय शारदीय नवरात्रि चल रही है. आज 17 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन है. आज मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. नवरात्रि के 9 दिन विशेष होते हैं, लेकिन इसमें भी दुर्गा अष्टमी और महानवमी का बड़ा महत्व है. नवरात्रि की प्रतिपदा यानि पहले दिन कलश स्थापना करते हैं और व्रत रखते हैं. जो लोग 9 दिन तक व्रत नहीं रखते हैं, वे पहले दिन और दुर्गा अष्टमी को व्रत रखते हैं. महानवमी के दिन नवरात्रि का हवन करते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि इस शारदीय नवरात्रि में दुर्गा अष्टमी और महानवमी कब है? दुर्गा अष्टमी और महानवमी के दिन मां दुर्गा के किस स्वरूप की पूजा होती है? जानें दुर्गा अष्टमी और महानवमी पर बनने वाले शुभ योग और मुहूर्त के बारे में.
कब है दुर्गा अष्टमी 2023?
दुर्गा अष्टमी का व्रत शारदीय नवरात्रि की अष्टमी यानि आश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि को रखा जाता है. पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि 21 अक्टूबर शनिवार को रात 09:53 बजे से शुरू हो रही है और 22 अक्टूबर रविवार को शाम 07:58 बजे तक मान्य है. उदयातिथि के आधार पर दुर्गा अष्टमी 22 अक्टूबर को है.
सर्वार्थ सिद्धि समेत 2 शुभ योग में दुर्गा अष्टमी
22 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं. उस दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात:काल सुबह 06 बजकर 26 मिनट से शाम 06 बजकर 44 मिनट तक है. उस दिन रवि योग शाम 06 बजकर 44 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 06 बजकर 27 मिनट तक है.
दुर्गा अष्टमी पर किस देवी की पूजा करते हैं?
दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा करते हैं. ये आठवीं नवदुर्गा हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती ने कठोर तप से भगवान शिव को प्रसन्न कर लिया था, लेकिन हजारों वर्ष की तपस्या से उनका शरीर काला पड़ गया था. भगवान शिव के आशीर्वाद से उनको महा गौर वर्ण प्राप्त हुआ. उनका वह स्वरूप महागौरी के नाम से जाना जाता है.
कब है महानवमी 2023?
शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन महानवमी होती है. यह व्रत आश्विन शुक्ल नवमी तिथि को रखा जाता है. वैदिक पंचांग के आधार पर इस वर्ष आश्विन शुक्ल नवमी तिथि का प्रारंभ 22 अक्टूबर रविवार को शाम 07:58 पीएम से हो रहा है और इस तिथि का समापन 23 अक्टूबर सोमवार को शाम 05:44 पीएम पर होगा. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर महानवमी 23 अक्टूबर को है.
सर्वार्थ सिद्धि योग में महानवमी 2023
इस साल शारदीय नवरात्रि की महानवमी सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग में है. महानवमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होगा और यह शाम 05 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. वहीं रवि योग पूरे दिन रहेगा. ये दोनों ही शुभ योग हैं.
महानवमी पर किस देवी की पूजा करते हैं?
महानवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें अवतार मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का विधान है. मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है. महानवमी के दिन नवरात्रि का हवन करते हैं. इस दिन ही नवरात्रि का समापन होता है. उसके अगले दिन विजयादशमी यानि दशहरा मनाते हैं. शस्त्र पूजा और रावण दहन करते हैं.
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